हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसायेलुश शिया" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلى الله عليه و آله وسلم
لِلشَّهيدِ سَبْعُ خِصالٍ مِنَ اللّهِ اَوّلُ قَطْرَةٍ مِنْ دَمِهِ مَغْفُورٌ لَهُ كُلُّ ذَنْبٍ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
अल्लाह तआला की ओर से शहिद को सात भेद (इम्तियाज़)अता किए गए हैं।उन में से सबसे पहला इम्तियाज़ यह हैं।कि उसके खून से पहले कतरे के साथ ही उसके तमाम गुनाह बख्श दिए जाते हैं।
वसायेलुश शिया, भाग 11,पेंज 9,हदीस नं 20